Refund Railway Fees: रेलवे में 1 लाख से अधिक पदों वाली भर्ती के लिए आवेदन करने वाले लगभग 1 करोड़ से अधिक उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। अब बोर्ड द्वारा ग्रुप डी भर्ती के लिए आयोजित कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट में सम्मिलित हुए उम्मीदवारों के लिए शुल्क वापसी किए जाने की प्रक्रिया कर दी गई है। इस सम्बन्ध में रेलवे ने शुल्क वापसी के लिए नोटिस जारी किया। उम्मीदवारों से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया जाता है कि दर्ज की गई बैंक खाता संख्या और IFSC कोड सही हैं और उन्हें सलाह दी जाती है कि वे इसे जमा करने से पहले बैंक खाता विवरण और IFSC कोड की सावधानीपूर्वक जांच कर लें। नोटिस के अनुसार उम्मीदवार अपने बैंक खाते का विवरण 30 अप्रैल तक अपडेट कर लें ताकि शुल्क वापसी पर राशि उनके खाते में ट्रांसफर की जा सके। बता दें कि रेलवे भर्ती बोर्ड ने इस परीक्षा के लिए अनारक्षित उम्मीदवारों से 500 रुपये और एससी/एसटी/दिव्यांग एवं महिला उम्मीदवारों से 250 रुपये शुल्क लिया था।
फीस रिफंड के लिए करना होगा ये काम
रेलवे की ओर से जारी नोटिस के अनुसार उम्मीदवार अपने सम्बन्धित जोन के लिए आरआरबी की वेबसाइट पर विजिट करें और फिर आरआरसी लेवल 1 भर्ती सेक्शन में जाएं। यहां दिए गए डायरेक्ट लिंक से उम्मीदवार एप्लीकेशन पेज पर जा सकते हैं। इस पेज पर उम्मीदवारों को अपनी पंजीकरण संख्या, जन्म-तिथि और स्क्रीन पर दिए गए कोड को भरकर सबमिट करना होगा। इस प्रकार लॉग-इन के बाद उम्मीदवार अपने बैंक खाते के विवरण को अपडेट कर सकेंगे। उम्मीदवार अपने बैंक खाते का विवरण 30 अप्रैल तक अपडेट कर लें।
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4 साल पहले लिए गए थे आवेदन
आपको बता दे 2019 में रेलवे ने 1 लाख से अधिक पदों के लिए आवेदन लिए थे। जिसके बाद रेलवे भर्ती बोर्ड ने सीईएन नंबर आरआरसी - 01/2019 स्तर -1 पदों के लिए 17 अगस्त .2022 से 11 अक्टूबर .2022 तक आयोजित सीबीटी में भाग लेने वाले उम्मीदवारों को परीक्षा शुल्क वापस करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। रेलवे ने नोटिस जारी करते हुए कहा है की 4 साल पहले अकाउंट की जानकारी में और अब वर्तमान अकाउंट्स में बैंक ifsc कोड सहित कई तरह की जानकारी बदल गयी है।
ऐसे में उम्मीदवार के सही खाता और नंबर का पता होना रेलवे के लिए आवश्यक है। ताकि उम्मीदवारों को रिफंड किया जा सके। खाता विवरण की जांच करते समय यह पाया गया कि एक ही खाता संख्या से बड़ी संख्या में भुगतान किए गए थे। इसके अलावा, विभिन्न बैंकों के विलय के कारण उनके IFSC कोड बदल दिए गए हैं और यदि आवश्यक हो तो बैंक खाते का पुन: पुष्टि करना और नए विवरण लेना आवश्यक है ताकि उम्मीदवार के सही बैंक खाते में धनवापसी की जा सके।
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