Tuesday, March 5, 2019

रेलवे ग्रुप डी में इन्हे नहीं देना होगा PET, सीधे दस्तावेज सत्यापन से मिलेगी नौकरी : यहां पढ़ें

RRB Group D PET 2018 : रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा ग्रुप डी कम्प्यूटर आधारित परीक्षा के परिणाम जारी किये जाने के बाद सभी अभ्यर्थी शारीरिक दक्षता परीक्षा में जुट गए हैं। ऑनलाइन परीक्षा के बाद दूसरा चरण शारीरिक दक्षता परीक्षा का ही है। आपक बता दें कि शारीरिक दक्षता परीक्षा के लिए दृष्टि बाधित और दिव्यांग अभ्यर्थीयों को नहीं बुलाया जाएगा। शारीरिक रूप से विकलांग (PwBD) अभ्यथियों को सीधे ही दस्तावेज सत्यापन के लिए बुलाया जाएगा। परिणाम में ये अभ्यर्थी PwBD candidates are exempted from PET and hence the normalised marks will be shown along with the result for document verification वाला नोटिफिकेशन देख सकेंगे। ऑनलाइन परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर ही मेरिट तैयार की जाएगी। इसबार परिणामों के अंदर बहुत ही चौंकाने वाली बात सामने आई है। पेपर ऑनलाइन होने के कारण ही अभ्यर्थियों के सामने हैरान कर देने वाले परिणाम सामने आये हैं।

नॉर्मलाइजेशन ने बदले परिणाम
नॉर्मलाइजेशन के तहत इसबार 46 प्रतिशत वालों के 69 प्रतिशत तक अंक पहुँच गए और 70 प्रतिशत वालों को एक अंक भी नसीब नहीं हुआ। जिन्होंने फ़ैल होने की उम्मीद रखी, वो पास हो गए और जो अच्छे अंकों के साथ ताल ठोक रहे थे, वे फ़ैल हो गए। नॉर्मलाइजेशन सिस्टम के तहत पेपर कितना कठिन था इसका स्तर तय किया जाता है। इसके आधार पर अंक निर्धारित कर दिए जाते हैं। मान लीजिए, परीक्षा के पहले दिन पेपर कठिन था तो अनुमान लगा लिया गया कि इस पेपर में यदि कोई 70 नंबर भी ले आया तो उसे 100 नंबर मान लिया जाएगा। जबकि दूसरे दिन पेपर बहुत सरल था तो इसका उल्टा कर दिया जाएगा। 100 नंबर लाने वाले को 70 नंबर मान लिया जाएगा।

Normalisation in RRB Group D Result

अब मान लीजिए कि शिफ्ट -1 के उम्मीदवार 60, 50, 45, 65 और 55 अंक प्राप्त करते हैं। शिफ्ट -2 के उम्मीदवार 100, 80, 70, 90 और 85 अंक प्राप्त करते हैं। शिफ्ट -3 के उम्मीदवार 90, 95, 60, 75 और 80 अंक प्राप्त करते हैं।

यहाँ पर उम्मीदवार प्रश्नपत्रों के स्तर के कारण अलग-अलग शिफ्टों में उम्मीदवारों के अंकों में भिन्नता देख सकते हैं। इसलिए, हम पहली शिफ्ट का माध्य ज्ञात करेंगे और वह 55 अंक होगा। फिर हम दूसरी शिफ्ट का माध्य ज्ञात करेंगे जो कि 85 अंक होगा। इस प्रकार, शिफ्ट-1 और शिफ्ट-2 के माध्य के मध्य का अंतर 30 है। यदि हम पहली शिफ्ट के उम्मीदवार के अंकों में 30 अंक जोड़ देते हैं, तो नॉर्मलाइजेशन अंक (60+30=90), (50+30=80), (45+30=75), (65+30=95) और (55+30=85) होंगे, जो अब शिफ्ट-2 के अंकों के बराबर होंगे। अब शिफ्ट-1और शिफ्ट-2 के अंक बराबर होंगे।

उसी प्रकार, हम दूसरी शिफ्ट और तीसरी शिफ्ट के अंकों का नॉर्मलाइजेशन कर सकते हैं। दूसरी शिफ्ट में, अंकों का माध्य 85 है, तीसरी शिफ्ट में, अंकों का माध्य 80 होगा, इसलिए माध्य अंक का अंतर 5 है, यदि हम शिफ्ट-3 के उम्मीदवारों के अंकों में 5 अंक जोड़ देते हैं, तो (90+5=95), (95+5=100), (60+5=65), (75+20=95) और (80+20=100) अंक प्राप्त करेंगें।



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