पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शहरी युवाओं के लिए एक नया रोजगार सृजन कार्यक्रम ‘मेरा काम मेरा अभिमान’ शुरू करने की घोषणा की। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने डीएवी विश्वविद्यालय में चौथे मेगा रोजगार मेला के समापन समारोह में राज्य के महत्वाकांक्षी घर घर रोजगार और करोबार मिशन के तहत सभी 22 जिलों में आयोजित 10 दिवसीय लंबे रोजगार मेलों में रोजगार के लिए चुने गए 40517 युवकों में से 265 युवाओं को नौकरी के लिए बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने राज्य स्तरीय मेगा रोजगार मेले का विवरण देते हुए बताया कि रोजगार मिशन के तहत राज्य सरकार रोजगार पाने में 808 युवाओं को प्रतिदिन सुविधा दे रही है और जल्द ही यह संख्या बढ़ाकर एक हजार रोजगार प्रति दिन कर दी जाएगी। इस मिशन का उद्देश्य प्रत्येक परिवार को समयबद्ध तरीके से एक नौकरी प्रदान करना है और यह योजना निश्चित रूप से हर घर तक पहुंचेगी।
उन्होंने कहा कि राज्य ने अगस्त-सितंबर 2017 में आयोजित अपने पहले रोजगार मेले के दौरान केवल पांच प्रतिशत प्लेसमेंट दी, फरवरी-मार्च 2018 में 11,421 युवाओं को रोजगार दिया गया जबकि तीसरे रोजगार मेले में 18672 प्लेसमेंट के साथ 21 प्रतिशत हो गया और अब चौथे मेगा रोजगार मेले में प्लेसमेंट की दर 55 प्रतिशत रही।
सिंह ने कहा कि 54 स्थानों पर आयोजित इस 10 दिवसीय लंबे रोजगार मेले में पेश की गई कुल 1.13 लाख नौकरियों में से 41878 प्लेसमेंट प्राप्त हुए, जबकि 4370 उम्मीदवारों को स्वरोजगार की सुविधा मिली। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ‘घर-घर रोजगार - गरीब पहले’ कौशल विकास और रोजगार के प्रावधान में गरीबों को प्राथमिकता दे रहा है। उन्होंने कहा कि इसके तहत, हर गांव के 10 गरीब बेरोजगार युवाओं को योजना की सार्वभौमिक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए रोजगार उपलब्ध कराने की अनूठी पहल की गई है।
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