Saturday, September 15, 2018

सही चुनाव आपके करियर को दे सकता है नए आयाम

कई बार आप वर्कप्लेस पर विकल्पहीन महसूस करते हैं। आप सही चुनाव नहीं कर पाते हैं। कोई भी जॉब करते समय आपको सबसे पहले खुद की पर्सनेलिटी को जानना सबसे जरूरी है। इसी के आधार पर आप सही निर्णय कर सकते हैं।

सारे जॉब्स और प्रमोशन्स का 90 फीसदी हिस्सा कमाए जा रहे धन और जरूरी समय के बीच में संतुलन की मांग करता है। जूनियर लेवल पर आप फिक्स्ड सैलेरी के लिए निश्चित घंटे काम करते हैं। जैसे-जैसे आपकी जिम्मेदारियां और कंपनसेशन बढ़ता है, वैसे-वैसे समय की बढ़ती मांग आपकी छुट्टियां, वीकेंड्स आदि खत्म कर देते हैं। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए अपने स्किल सेट को बदलें या विस्तार करें। कल्पना करें कि अस्पताल में एक सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर है और एक जनरल प्रैक्टिशनर। ज्यादा वैल्यूबल स्किल्स के साथ आप तय कर सकते हैं कि आपको ज्यादा पैसा चाहिए या ज्यादा फ्री समय। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपके मौजूदा जीवन के लिए क्या ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। आप अपने स्वभाव और सपनों के मुताबिक किसी एक चीज का चयन कर सकते हैं और आगे बढ़ सकते हैं।

पोजीशन या अकाउंटेबिलिटी

आपकी पोजीशन जितनी ऊंची होगी, उतनी ही ज्यादा अकाउंटेबिलिटी चाहिए। इससे आपके ऊपर तनाव बढ़ेगा। इस स्थिति में आपको ज्यादा लोगों को हैंडल करना पड़ेगा और बड़े टारगेट्स अचीव करने पड़ेंगे। क्या इस तरह का रोल चाहते हैं? क्या मौजूदा टारगेट्स से आगे की सोचते हैं? क्या अपनी टीम को हैंडल करना चाहते हैं? ऐसा नहीं है तो ज्यादा काम हाथ में न लें और बड़ी पोजीशन के बारे में सोचना बंद कर दें।

यात्रा या निश्चितता

क्यानए रोल में आपको ज्यादा सफर करना पड़ेगा? इससे निजी जीवन, दैनिक दिनचर्या, प्रोफेशनल रिलेशनशिप में अनिश्चितता आ सकती है। यदि आप ऐसे रोल में हैं, जहां बिल्कुल सफर नहीं करना पड़ता तो आपके लक्ष्य और रोजमर्रा का जीवन तय रहता है। अगर आप सफर करने का आइडिया पसंद करते हैं तो आपको अनजान लोगों और जगहों का एक्साइटमेंट बना रहेगा और रूटीन से आजादी मिल सकती है।

जॉब सिक्योरिटी या मौके

ज्यादातर कॅरियर्स आगे बढऩे के कुछ मौके देते हैं। आप सरकारी नौकरी तलाश सकते हैं, जहां पेंशन मिलेगी और जॉब सिक्योरिटी रहेगी। लेकिन आपको एंटरप्रेन्योर की तरह संपदा बनाने का अवसर नहीं मिलेगा। आपके अंदर नई जॉब खोजने की स्किल्स हैं और कंपीटिटिव पर्सन हैं तो जॉब सिक्योरिटी को छोडक़र हाई रिस्क-हाई रिवॉर्ड रोल्स, सेल्स, सेल्फ एम्प्लॉयमेंट और एंटरप्रेन्योरशिप में मौके तलाश सकते हैं।

रोल या लोग

क्याआप दो अलग-अलग प्रोजेक्ट्स में से चुनाव करने से लिए जूझ रहे हैं? हो सकता है कि एक प्रोजेक्ट में रोल और कंटेंट आपकी पसंद का हो, पर कलीग्स और लीडरशिप आपकी पसंद की न हो। दूसरी तरफ आप टीम पसंद करते हों और जानते हैं तो हर स्थिति में टीम आपको सपोर्ट करेगी, पर प्रोजेक्ट एक्साइटिंग न हो। ऐसी स्थिति में अपनी फर्म के कल्चर का विश्लेषण करें। क्या यह ऐसे लोगों को पुरस्कृत करती है जो अपने दम पर सफल होते हैं? या उन लोगों की सराहना करती है जो किसी विजयी टीम का हिस्सा होते हैं? पहली स्थिति में खुद को स्पेशलिस्ट बनाने की तैयारी कर लें और दूसरी स्थिति में हर समय रिश्तों को मजबूत करते रहें।

ब्रांड या स्कोप

अगर आपको दो एम्प्लॉयर्स में से किसी एक का चुनाव करना पड़े तो आप बड़े ब्रांड और एक्साइटिंग रोल में से किसी एक को चुनने के बारे में विचार करते हैं। बड़े ब्रांड्स में ढेर सारे एम्प्लॉइज होते हैं और वहां टैलेंट की कोई कमी नहीं होती है। ऐसे में आपको नेगोशिएट करने का मौका नहीं मिलता है। कम जानी-पहचानी कंपनी में टैलेंट मुश्किल से पहुंचता है। ऐसे में मन का रोल मिल सकता है। बड़े ब्रांड्स आपके सीवी के लिए अच्छे होते हैं और अगले अवसर पर जाने में मददगार साबित होते हैं। अगर आप अपनी अगली जॉब को लेकर चिंतित नहीं हैं और तेजी से सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो ज्यादा स्कोप वाले रोल को चुनें।

संबंध या नंबर

आप कैसी कंपनी में भाग्य आजमा रहे हैं? क्या परिवार द्वारा चलाए जा रहे बिजनेस में नौकरी करना चाहते हैं या ऐसी पब्लिक कंपनी में जाना चाहते हैं, जहां शेयरहोल्डर्स का दखल हो? पहली स्थिति में लॉन्ग टर्म टारगेट्स और गोल्स प्राप्त करने के अलावा आपकी विश्वसनीयता का आपको बड़ा प्रीमियम मिल सकता है और कंपनी छोडऩे का मन भी कम ही बनेगा। वहीं पूरी तरह से मैनेजमेंट आधारित सेटअप में आप उतने ही अच्छे माने जाएंगे, जितने कि आपके पिछले महीने या तिमाही के नंबर्स हैं। जॉब बदलना शौक है तो मैनेजमेंट आधारित कंपनी में काम कर सकते हैं।



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/2MAYL6C

No comments:

Post a Comment