गुजरात सरकार प्रदेश में जापानी बस्ती (टाउनशिप) बसाने जा रही है। इस टाउनशिप में जापानियों का बसेरा होगा और उनके यहां आने से गुजरात में जापानी कंपनियों का निवेश बढ़ेगा। यह योजना के पीछे प्रदेश सरकार का यही मकसद भी है।
गुजरात औद्योगिक विकास कॉरपोरेशिन (जीआईडीसी) की उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डी. थारा ने कहा - हम वर्तमान साणंद औद्योगिक क्षेत्र से पांच किलोमीटर दूर खोराज गांव में ७०० हेक्टेयर में जापानी बस्ती बसाने बसाने जा रहे हैं।
अहमदाबाद से ९० किलोमीटर दूर मंडाल में १२० हेक्टेयर में जापानी औद्योगिक पार्क है जिसमें १३ कंपनियां हैं। मगर, राज्य में जापानी कंपनियों के लिए बड़े औद्योगिक क्षेत्र और वहां से आने वाले लोगों के लिए आवासीय परिसर की आवश्यकता महसूस की जा रही थी।
उन्होंने कहा - जापानी कंपनियों की तादाद बढ़ती जा रही है और जापान के लोगों को रहने और उन्हें अपनी सांस्कृतिक माहौल में जिंदगी जीने के लिए अनुकूल आवासीय परिसर की जरूरत होगी, जहां वे सुकून से रह सकें। यहां टाउनशिप में सारी सुविधाएं होंगी, मसलन विद्यालय, अस्पताल और बाजार।
जापानी औद्योगिक टाउनशिप का विकास करने के लिए जापान की सरकार गुजरात सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है। इस टाउनशिप में आवासी परिसर, व्यावसायिक प्रतिष्ठान और उद्योग के क्षेत्र शामिल होंगे। प्रदेश सरकार प्रमुख सडक़ों का निर्माण कर रही है और जापान टाउनशिप का डिजाइन करेगा।
उन्होंने कहा - जापान टोयोटा त्सूशो जैसे इंडस्ट्रियल पार्क डेवलपर को इस कार्य में लगाने की योजना बना रहा है। हम उनको जमीन देंगे और वे उसे विकसित कर जापानी कंपनियों को देंगे।
आठ जापानी कंपनियां खोराज में अपना युनिट लगाने की दिलचस्पी पहले ही दिखा चुकी हैं। खोराज अहमदाबाद से महज २५ किलोमीटर की दूरी पर है, जहां उन्हें अपने घर जैसा माहौल मिलेगा।
उन्होंने बताया - यहां सीधे तौर पर १५,००० से २०,००० नौकरियों के अवसर पैदा होंगे। इसके अलावा आप अनुमान लगा सकते हैं कि परिवहन, बैंकिंग, खान-पान आदि की सेवाओं में पांच गुना ज्यादा अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर पैदा होंगे। हमारा मानना है कि टाउनशिप में करीब एक लाख नौकरियां पैदा होंगी।
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